देहरादून के पटेनलनगर कोतवाली क्षेत्र से लव जिहाद का मामला सामने आया है। जानकारी मिली है कि समीर नाम के युवक ने युवती का धर्म परिवर्तन कराकर गुपचुप निकाह कर लिया। वहीं अब इस मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमे युवक, युवती, मौलवी समेत चार लोगों के खिलाफ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार समीर अली पुत्र बाजिद अली निवासी नयानगर मेहूवाला माफी ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर सुरक्षा की गुहार लगाई थी जो उस पर ही भारी पड़ गई। बता दें कि हाईकोर्ट ने देहरादून के जिलाधिकारी को इस मामले में जांच करने के आदेश दिए थे। जांच पुलिस को सौंपी गई। जिसमे पाया गया कि समीर अली पुत्र वाजिद अली निवामी नयांनगर वार्ड न0-11 मेंहवाला माफी थाना पटेलनगर की मुलाकात करीब एक-डेढ़ साल पहले दीक्षा टम्टा नाम की युवती से ट्यूशन में हुई थी। युवती सीमाद्वार बसन्त बिहार क्षेत्र में रहती थी जो मूल रुप से रुद्रप्रयाग निवासी है।
जानकारी मिली कि जब दोनों की मुलाकात हुई तो उस वक्त दीक्षा की उम्र 19 साल और समीर की उम्र 21 साल थी। दोनों बालिग थे। दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों ने शादी करने का फैसला किया। दोनों मुफ्ती सलीम काजी के पास पहुंचे जहां सलीम काजी ने बगैर किसी दस्तावेज के दीक्षा का नाम बदल कर सना कर दिया औऱ धर्म परिवर्तन करते हुए 28 सिंतबर को दोनों का निकाह कर दिया। जानकारी मिली है कि निकाह के दौरान समीर का फूका शौकीन भी मौजूद था।
क्षेत्राधिकारी सदर की जांच में सामने आया कि समीर अली, दीक्षा टम्टा उर्फ सना, मुफ्ती सलीम काजी और युवक का फूफा शौकीन ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के खिलाफ ये निकाह किया। चारों के खिलाफ थाना पटेलनगर पर में उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।