केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्यों के शिक्षा मंत्रिओं को कहा है कि वो बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन जल्द शुरु किया जाए। इसके साथ ही सीबीएसई बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन की भी व्यवस्था की जाए।
रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में मिड डे मील को लेकर भी फैसला लिया गया है। मिड डे मील के बजट में दस फीसदी का इजाफा किया गया है। इसे 7300 करोड़ से बढ़ाकर 8100 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
बैठक में शिक्षा मंत्रियों के साथ ही शिक्षा सचिवों ने भी भाग लिया। 22 राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और 14 केंद्र शासित राज्यों के सचिवों ने हिस्सा लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए निशंक ने कहा कि कोविड – 19 की वर्तमान स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन यह समय है कि समझदारी से काम लिया जाए और छात्रों की सुरक्षा और शैक्षणिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए नए प्रयोग करके स्थिति को अवसर में बदल दिया जाए.
पोखरियाल ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास होना चाहिए कि हमारे 33 करोड़ छात्र किसी भी कठिनाई का सामना न करें और अपनी शिक्षा जारी रख सकें। बैठक के दौरान निशंक ने बताया कि कोविड -19 के मद्देनजर, मध्याह्न भोजन योजना के तहत खाना पकाने की लागत (दाल, सब्जी, तेल, मसाले और ईंधन की खरीद के लिए) का वार्षिक केंद्रीय आवंटन बढ़ाकर 7300 करोड़ रुपये से 8100 करोड़ कर दिया गया है।
रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्यों के मंत्रियों और अधिकारियों द्वारा की गई सभी समस्याओं और सुझावों को सुना। राज्यों ने छात्रों के शैक्षणिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए राज्यों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की।