उत्तराखंड के सोलह आर्युवेदिक कॉलेज के हजारों छात्र-छात्राएं 45 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. धरना दे रहे हैं. मार्च निकाल रहे हैं. पुलिस की मार खा रहे हैं फिर भी अपने इरादे पर कायम हैं. उत्तराखंड के 16 आर्युवेदिक कॉलेजों में फीस बढ़ाने का अजीब खेलचल रहा है। सोलह आर्युवेदिक कॉलेज के हजारों छात्र-छात्राएं 45 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. धरना दे रहे हैं. मार्च निकाल रहे हैं. पुलिस की मार खा रहे हैं फिर भी अपने इरादे पर कायम हैं. हुआ यह है कि बिना नियमों का पालन किए मेडिकल फीस 80,000 सालाना से बढ़ाकर 2 लाख 15 हजार कर दी गई.
अगर आप चैथे साल में हैं तो बाकी तीन साल की फीस का भी अंतर देना होगा. फीस बढ़ाने का यह खेल अजीब है. चैथे साल में फीस बढ़ी है तो पहले साल के हिसाब का अंतर क्यों दे ? छात्रों ने विरोध करने का निर्णय लिया। हाईकोर्ट के सिंगल बेंच से केस जीत गए। फिर डबल बेंच से जीत गए इसके बाद भी फीस वृद्धि वापस नहीं हुई है.
अदालत का फैसला लागू नहीं हो रहा है। 45 दिनों के आंदोलन का असर नहीं हो रहा है। फीस वृद्धि को लेकर जे एन यू के ही छात्र परेशान नहीं हैं। उत्तराखंड के छात्रों के इस आंदोलन की रिपोर्ट हमने दो दो बार दिखाई मगर कुछ हो ही नहीं रहा है.
(नोट : रविश कुमार एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर हैं और रेमाॅन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता हैं।)