गैरसैंण- बजट सत्र के दौरान उत्तराखंड विधानसभा में यूं तो पहले दिन से ही कई मुद्दों पर हंगामा होता रहा। लेकिन आज पिछले दिनों अपनी विधानसभा क्षेत्र में दलित महिलाओं को पीटने का आरोप में चर्चित हो चुके भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल ने अपनी बात इस अंदाज में रखी कि माननीयों का सदन उनकी मर्दानगी से परिचित हो गया। ठुकराल ने सदन के भीतर ऐसा माहौल बनाया कि पक्ष-विपक्ष के माननीयों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई।
दरअसल नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर इंदिरा हृदयेश ने पूरे प्रदेश में किसानों की आत्महत्या का मुद्दा गंभीरता से उठाया। उनके समर्थन में सभी विपक्ष के तमाम विधायक आ गए। वहीं सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष के बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने का दबाव बनाया। जिस पर विपक्ष ने कड़ा ऐतराज जताया और बेल पर आकर हंगामा करने लगे।
इस पर मामले ने तूल पकड़ लिया और सत्ता पक्ष की ओर से विधायक राजकुमार ठुकराल ने विपक्ष के विधायकों को ललकारते हुए यह तक कह डाला कोई मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर आरोप लगाएगा तो सबसे पहले उसे विधायक राजकुमार ठुकराल से निपटना होगा ।
ठुकराल का इतना बोलने के बाद विपक्ष की ओर से कांग्रेस के उपनेता करण माहरा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए अपनी दलील दी लेकिन करण माहरा की पैरवी से भाजपा के दबंग माने जाने विधायक राजकुमार ठुकराल भड़क गए। नतीजा ये हुआ कि ठुकराल और करण माहरा के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
हालांकि बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल और कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे अपनी सरकार का बचाव मीडिया के सामने करते नजर आए।