देहरादून- राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा की सहयोग निधि को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है।
रावत ने कहा भाजपा सहयोग निधि इकट्ठा नहीं कर रही है बल्कि भ्रष्टाचार का राजकीयकरण कर रही है।
रावत ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले के अधिकारियों को ‘टारगेट’ दिया गया है, अधिकारियों को पैसों के कलेक्शन पर लगाया गया।
वही राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल की समीक्षा करने के मसले पर हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने ऐसा कोई काम ही नहीं किया जिसकी समीक्षा की जाए चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार। केंद्र में उनकी सरकार को चार साल हो गए हैं लेकिन एक भी काम ऐसा नहीं जो समीक्षा के लायक हो।
वहीं हरीश रावत ने बकरी स्वयंवर के बहाने भी सूबे की टीएसआर सरकार पर चुटकी ली। रावत ने कहा मंत्रियों में आपसी तालमेल की कमी है। एक दूसरे को ही नहीं पचा पा रहे हैं सूबे के कई मंत्री