टिहरी, (घनसाली, हर्षमणी उनियाल)- राज्य और केंद्र में दोनो जगह भाजपा की सरकार है बावजूद इसके भाजपा का उम्रदराज कार्यकर्ता अपनी बीमारी के इलाज के लिए मोहताज है। राज्य में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना लागू है, मुख्यमंत्री राहत कोष स्थापित है फिर भी भाजपा के बुजुर्ग कार्यकर्ता प्रेम सिंह राणा को इलाज मयस्सर नहीं है।
प्रेमसिंह राणा घनसाली विधानसभा क्षेत्र के अति दूरस्थ गाँव मरवाड़ी के रहने वाले हैं। 90 के दशक में अपने गांव के प्रधान भी रह चुके हैं हमेशा से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता रहे है जब भाजपा फर्श पर थी तब भी प्रेम सिंह को भाजपा से प्रेम था और अब जब भाजपा अर्श पर है तब भी प्रेम सिंह को भाजपा से बेपनाह मुहब्बत है। लेकिन प्रेम सिंह की हालत देखकर पता चल रहा है कि भाजपा अपने उफान के दौर में अपने उन साथियों को भूल गई है जिनकी बदौलत आज भाजपा शिखर पर है।
बहरहाल पूर्व प्रधान प्रेम सिंह राणा के पास अपने उन नातियों की जिम्मेदारी भी है जिनका पिता इस दुनिया में अब नहीं है। पैरों की बीमारी से लाचार उम्रदराज प्रेम सिंह राणा की माली हालत बेहद खराब है। आमदनी का कोई साधन न होने की वजह से अपना इलाज न करवा पाने वाले प्रेम सिंह को अपनी सरकार के दौर में भी कोई सहायता नहीं मिल रही है जबकि प्रेम सिंह की माने तो वे कई बार अपने क्षेत्रीय विधायक शक्तिलाल शाह से सीएम राहत कोष से इमदाद के लिए गुहार लगा चुके हैं।
आलम ये है कि पिछले डेढ साल से पूर्व प्रधान को वृद्धा वस्था पेंशन भी नहीं मिली है। कितनी अजीब दास्तान है जो शख्स कभी अपने इलाके की सड़क के लिए भूख हड़ताल कर सत्ता से संघर्ष कर चुका हो आज वही शख्स अपनी बीमारी से इतना लाचार हो चुका है कि अपनी ही सरकार के प्रतिनिधियों से मदद की गुहार लगा रहा है।लेकिन सत्ता का मिजाज देखिए मदद का गुड देना तो दूर रहा प्रेम सिंह से गुड़ जैसी बात भी करने को राजी नहीं है।
ऐसे में सवाल उठता है कि अगर कार्यकर्ताओं से ताजदार यूं ही बेरूखी बरतते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब दलों को बेपनाह प्यार करने वाले कार्यकर्ता मिलना मुश्किल हो जाएगा। बहरहाल जरूरत है प्रेम सिंह राणा को मदद की ताकि उनकी बीमारी का बोझ कुछ हल्का हो सके।