देहरादून, संवाददाता। उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी न सिर्फ अपनी पूरी ताकत झोंक रही है बल्कि अपने टॉप लीडर्स को मैदान में उतार कर ये चुनाव हर कीमत पर जीतना चाहती है। बीजेपी ने एक बार फिर रथ यात्राओं के ज़रिए सियासी गणित साधने की तैयारी की है। उत्तराखंड विधानसभा का चुनाव बीजेपी हर कीमत पर जीतना चाहती है। यही वजह है कि बीजेपी अपना हर मोहरा इस चुनाव में इस्तमाल करने की कोशिश में लगी है। उत्तराखंड में बीजेपी ने अपने आजमाए नुस्खे को एक बार फिर आजमाया है और अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के हाथों रथयात्रा शुरु करा चुनावी रण जीत लेना चाहती है। बीजेपी को उम्मीद है कि ये रथयात्रा कांग्रेस और हरीश रावत को सत्ता में दुबारा आने से रोक लेगी। बीजेपी के लिए रथयात्राएं निकालना कोई नई बात नहीं है लेकिन रथयात्राओं के असर को लेकर अब बीजेपी के रणनीतिकार भी दावे के साथ कुछ नहीं कह पाते। फिलहाल अमित शाह की परिवर्तन रैली और हाईटेक रथयात्रा की शुरुआत पहाड़ जीतने की जुगत का नया पैंतरा है। हालांकि ये भी नहीं कहा जा सकता कि लोग महज बीजेपी के इस हाई फाई रथ को देखने भर आएंगे या फिर वोट का मन बनाने। बीजेपी के लिए, पहाड़ का दिल जीतना मुश्किल है ये बात बीजेपी भी जानती है। हालांकि बीजेपी के लिए राज्य में हर पांच साल में सत्ता के बदल जाने की अनकही परंपरा का दिलासा भी है।