देहरादून (मनीष डंगवाल): उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने जहां तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का दौरा भी भाजपा के चुनावी तैयारियों को लेकर तय हो गया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की करिश्माई जोड़ी की वजह से ही उत्तराखंड में भाजपा की 57 सीटें आई थी। पीएम मोदी का दौरा जहां भाजपा को चुनावी समर में फ्रंटफुट पर ला देगा। वहीं, कांग्रेस को भी रणनीति रूप से कुछ लाभ देगा। पीएम मोदी के दौरे के बाद कम से कम कांग्रेस को रणनीति बनाने का मौका मिलेगा। यही कारण है कि कांग्रेस की भी पीएम मोदी की रैली पर नजर रहेगी। कांग्रेस फिलहाल वैट एंड वॉच की स्थिति में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां उत्तराखंड की जनता से डबल इंजन सरकार चुनने की अपील की थी तो वहीं, गृहमंत्री अमित शाह उस समय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर उत्तराखंड में चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने का काम कर रहे थे,जिसका असर यह हुआ कि उत्तराखंड में भाजपा में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सरकार बनाई। लेकिन, ठीक 5 साल बाद भाजपा के लिए सत्ता में वापसी करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
इन्हीं चुनौतियों से पार पाने के लिए अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह उत्तराखंड आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां 2 अक्टूबर या 14 अक्टूबर में से किसी एक तिथि को उत्तराखंड आ सकते हैं। वहीं 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड दौरा लगभग तय है। इस दौरान वह 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर भी तैयारियों को परखने के साथ ही एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस सभा में भाजपा ने लगभग 1 लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य तय किया है। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह भी 16 और 17 अक्टूबर को उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे।
उत्तराखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी लगाव रहा है। प्रधानमंत्री बनने के बाद कई दौरे उन्होंने उत्तराखंड किए हैं। चुनावी दौरे में प्रधानमंत्री का यह दौरा भारतीय जनता पार्टी के लिए भी काफी अहम हो जाता है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम के चेहरे पर उत्तराखंड की जनता ने पांचों लोकसभा सीटें भाजपा को जिताने का काम किया। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री के चेहरे पर उत्तराखंड की जनता ने वोट दिया।
यही वजह है कि कांग्रेस भी प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर उत्तराखंड में घबराई हुई है। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि जो वादे प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड की जनता से किए, उन वादों पर डबल इंजन की सरकार खरा नहीं उतर पाई है। इसलिए प्रधानमंत्री के साथ भाजपा का कोई भी बड़ा नेता उत्तराखंड का दौरा कर ले, उत्तराखंड की जनता अब भाजपा के झूठे वादों में फंसने वाली नहीं है।