टिहरी(हर्षमणी उनियाल) : उज्जवला गैस कनेक्शन देकर जहां केंद्र की मोदी सरकार ने चुल्हे के धुएं से रसोई में महिलाओं को निजात दिलाने की कोशिश की…वहीं उत्तराखंड में बड़े स्तर पर उज्ज्वला गैस कनेक्शन देकर महिलाओं को सौगात मिली. लेकिन सवाल ये है कि महज गैस कनेक्शन मिलने से महिलाओं को चूल्हे के धुए से निजात मिलने वाला नहीं है क्योंकि एक बार अगर गैस कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत मिल जाए औऱ गैस खत्म होने के बाद सिलेंडर भरने के लिए प्रशासन कोई व्यवस्था न करे तो अंदाजा लगाया जा सका है की पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को अधिकारी और उन्हीं के पार्टी के नेता यानि की भाजपा के नेता ही चूना लगाने की सोच रहे हैं.
घनसाली विधानसभा के बासर पट्टी के छतियारा गाँव का मामला
जी हां कुछ ऐसा ही मामला टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के बासर पट्टी के छतियारा गाँव में देखने को मिला. जहां गरीब परिवाल की महिलाओं को उज्ज्वला गैस कनेक्शन के नाम पर गैस कनेक्शन तो पिछले एक साल पहले मिल गए थे लेकिन जब गैस कनेक्शन के सााथ मिले सिलेंडर की गैस खत्म हो गई तो ग्रामीण महिलाए सिलेंडर कैसे भराए इसके लिए प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है औऱ आलम ये है कि महिलाएं चूल्हे के धुए में आंखों से आंसू आते हुए खाना बनाने को फिर से मजबूर है. जी हां खाली हुए गैस की रिफिलिंग के लिए गैस एजेंसी द्वारा गैस की गाड़ी नहीं भेजी जा रही है. जिससे महिला और उनका परिवार परेशान है.
आपको बता दें छातियारा गाँव में अधिकतर अनुसूचित जाति की महिलाओं को उक्त गैस कनेक्शन बांटे गए गए जिनमे लोगों की शिकायतें सामने आई-
पहली शिकायत :- उन्हें भारत गैस की टिहरी जिले में आपूर्ति करता शिवालिक गैस एजेंसी द्वरा उज्ज्वला गैस के नाम पर 1615 से लेकर 1800 रुँपये लिए गए हैं. घनसाली में जब गैस वितरित किय गया वहां पर 1800 रुपये लिए गए तथा न्यू टिहरी में जिन्होंने गैस कनेक्शन लिए उनसे १६१५ रुपये लिए गए थी. शिकायत करता महिलाओं के अनुसार यह एक साल पहले की बात है . जबकि इसी तरह के कनेक्शन के लिए इंडियन गैस एजेंसी 1000 रुपये लेती है.
लोगों की माली हालात को ध्यान में रखकर इसमें गरीब महिलाओं के लिए लोन की सुविधा है लेकिन भारत गैस एजेंसी यह बात किसी भी उज्ज्वला उपभोक्ता को नहीं बताता है और अपनी मनमर्जी से लोगों से पैसे ले लेता है .
दूसरी शिकायत :- महिलाओं के अनुसार एक साल का समय बीतने के बाद भी एक बार भी शिवालिक गैस एजेंसी उनके यहाँ गैस भरने नहीं आयी है. ऐसे में वे उज्ज्वला गैस के नाम पर अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं. जबकि वे कई बार शिकायत कर चुके हैं .शिवालिक गैस एजेंसी द्वारा उन्हें केवल आने का आश्वासन दिया जाता रहा है लेकिन आता कोई भी नहीं है.
लोगों की इच्छा पर लोन स्कीम है, लेकिन हम नहीं देते हैं-गैस एजेंसी के मनेजर
वहीं गैस एजेंसी के मनेजर जगदीश का पहली शिकायत पर कहना है कि लोगों की इच्छा पर लोन स्कीम है, लेकिन हम नहीं देते हैं. वहीं लोगों का कहना है कि उन्हे इसबारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. शिवालिक गैस एजेंसी मनमाने ढंग से अपनी दुकानदारी चला रहा है जिसमे सीमान्त क्षेत्र के गाँव के लोगों का बिल्कुल भी खयाल नहीं रखा जा रहा है.
बीजेपी नेता ही लगा रही पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता
बताया जा रहा है कि शिवालिक गैस एजेंसी की मालिक अचला खंडेलवाल है जो खुद बीजेपी की एक बड़ी नेता है. जो पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगा रहे हैं. खबर है अधिकतर गैस चमियाला क्षेत्र में होटल वालों को ओवर रेट और ब्लैक में बेच दी जाती है. जिसकी जांच की जानी आवश्यक है.
आपको बता दें भारत गैस अधिकतर इलाकों में ओवर रेट में बेची जाती है जिसकी लोग शिकायत भी करते रहे हैं पर कोई कार्यवाही नहीं हई. देखने वाली बात ये होगी की मामला संज्ञान में आने के बाद सरकार क्या एक्शन लेते हैं.