देहरादून-उत्तराखंड परिवहन निगम ने आज एक दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का पुरज़ोर खंडन करते हुए कहा कि निगम द्वारा सौ करोड़ रुपए में खरीदी संख्या 483 बसों के बेड़े की खरीद में किसी भी तरह की अनियमितता से साफ इंकार किया है। इस संबंध में उत्तराखंड परिवहन के महाप्रबंधक दीपक जैन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि इन बसों की खरीद करते समय यूरो-4 का मानक नहीं लागू था। वहीं किसी भी कंपनी के पास यूरो-4 की बसें अभी तक उपलब्ध नहीं हैं, इसके अलावा अंतर्राज्जीय मार्गों पर यूरो-4 के मानकों का कोई भी नियम लागू नहीं होता है। साथ ही साथ जहां यूरो-4 की बसों की कीमत पांच से सात लाख रुपए प्रति बस यूरो-3 से महंगी है। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा, उत्तरप्रदेश ने भी अभी अपने बेड़े में यूरो-3 बसें ही खरीदी हैं। जैन ने ये भी बताया कि उत्तराखंड परिवहन को आपूर्ति की गई बसें जून, जुलाई और अगस्त 2016 में की है इसलिए इन बसों को आउट डेटेड कहना समझ के परे है।
देखते हैं उत्तराखंड परिवहन निगम की प्रेस विज्ञप्ति