बिजनौर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद मलूक नागर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि बिजनौर से इस बार चौधारी बिजेंद्र सिंह को टिकट दिया गया है। वहीं ऐसी अटकलें थी कि रालोद मलूक नागर को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
देश के लिए काम करना चाहते हैं
वहीं मलूक नागर ने बीएसपी से इस्तीफा देने के बाद कहा कि अबकी बार पहली बार है जब हम ना तो एमएलए लड़े हैं और ना ही सांसदी के लिए लड़ेंगे। हमें देश के लिए कुछ करना है। उन्होनें आगे कहा कि बीएसपी के इतिहास में यह रिकॉर्ड है कि या तो एक टर्म के बाद निकाल दिया जाता है या पार्टी छोड़कर चला जाता है। उन्होनें कहा कि जब हमें एमपी नहीं लड़ाया गया तो भी हम चुप रहे और स्टार प्रचारकों में हमारा नाम नहीं दिया गया तब भी हम चुप ही रहे। लेकिन देश के लिए काम करना चाहते हैं। इसलिए आज पार्टी छोड़नी पड़ रही है।
यूपी के अमीर सांसदों में एक
बता दें कि नागर ने यूपी में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लगातार दो बार चुनाव हारने के बाद साल 2019 में लोकसभा इलेक्शन में जीत दर्ज की। मायावती ने मलूक नागर को मेरठ से 2009 में और 2014 में बिजनौर से टिकट दिया, लेकिन वह पार नहीं पा सके और उनकी करारी हार हुई। इसके बावजूद न तो बीएसपी का उन पर भरोसा कम हुआ और ना ही मलूक ने हार मानी। उन्होनें तीसरी बार में सफलता हासिल करते हुए जीत दर्ज की। बता दें कि मलूक का नाम यूपी के सबसे अमीर सांसदों में गिना जाता है।