कानपुर में गुरुवार देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ उत्तर प्रदेश के 40 साल के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा एनकाउंटर है। कानपुर के चौबेपुर स्थित बिकरु गांव में गुरुवार रात हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें एक डीएसपी, एसओ, दारोगा समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।शहीदों के घरों में कोहराम मचा हुआ है।
कानपुर एनकाउंटर से जुड़ बड़ा अपडेट
वहीं कानपुर एनकाउंटर से जुड़ बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। जानकारी मिली है कि इन मामले में चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध है जिसके बाद एसटीएफ उनसे पूछताछ कर रही है। जानकारी मिली है कि रात को जब पुलिस बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश देने गई तो चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी सबसे पीछे थे। उनकी भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। वहीं एसटीएफ लगातार एसओ से पूछताछ कर रही है।
चौबेपुर थाने में हुआ था विकास दुबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बता दें कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ चौबेपुर थाने में ही मुकदमा दर्ज किया गया था और विनय तिवारी चौबेपुर थाने के ही एसओ हैं।