देहरादून: 108 सेवा का जिम्मा दूसरी कंपनी को देने के खेल में भाजपा नेता कैलाश विजय वर्गीय का नाम सामने आ रहा है। यूकेडी संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार का आरोप है कि पूरा खेल कैलाश विजय वर्गीय के कहने पर हुआ है। उन्हीं के कहने पर दूसरी कंपनी को लाया गया है। यूकेडी संरक्षक ने यह एलान भी किया है कि अगर जल्द 108 कर्मचारियों का समायोजन नहीं किया गया, तो प्रदेशभर में नई 108 सेवा को नहीं चलने दिया जाएगा। निकाले गए कर्मचारियों के आंदोलन को प्रदेशभर में राजनीतिक दलों और संगठनों का समर्थन भी मिलने लगा है।
कांग्रेस के बाद यूकेडी का समर्थन
सरकार ने 108 आपतकालीन सेवा के संचालन की जिम्मेदारी जीवीके से छीनकर कैंप (कम्युनिटी एक्शन थ्रू मोटिवेशनल प्रोग्राम) को दी गई है। 108 से निकाले गए 717 कर्मचारी कंपनी में समान कार्य, समान वेतन पर समायोजन की मांग को लेकर परेड़ ग्राउंड में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों के आंदोलन को कांग्रेस का साथ पहले ही मिल चुका है। अब यूकेडी ने भी एलान कर दिया है कि कर्मचारियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
मध्यप्रदेश की है कैंप
यूकेडी के संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार ने ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि 108 कर्मियों की नौकरी छीनने के लिए सीधेतौर पर भाजपा और उसके मध्यप्रदेश नेता कैलाश विजय वर्गीय हैं। पंवार ने आरोप लगाया कि जिस नई कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है, वो कंपनी मध्यप्रदेश की है। उन्होंने कहा कि संस्था गर्वीय के करीबियों की है।
और तेज होगा आंदोलन
पंवार के बयान के बाद 108 कर्मियों के आंदोलन में नया मोड़ आ गया है। संस्था में भाजपा नेता का हाथ होने के कारण कांग्रेस भी पूरे मामले को लेकर आक्रमक हो सकती है। यूकेडी ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं। ऐसे में अगर सरकार ने जल्द कुछ नहीं किया तो, 108 कर्मियों का आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है। जिसका सीधा असर सरकार पर पड़ेगा।