नानकमत्ता: उत्तराखंड में फर्जी दस्तावेजों पर भर्ती शिक्षकों की जांच में कई खुलासे अब तक सामने आ चुके हैं। एक के बाद एक कई टीचर नौकरी से हटाए गए। कई सलाखों के पीछे भी पहुंच चुके हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला नानकमत्ता में सामने आया है। यहां पिछले 23 सालों से फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी हासिल कर स्कूल में पढ़ा रहा था।
23 साल से फर्जी कागजातों के आधार पर नौकरी कर रहे इस जालसाज शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह शिक्षक लंबे समय से फरार चल रहा था। इस पर 2500 रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया था। सितारगंज की उप शिक्षा अधिकारी सुषमा गौरव ने मई माह में समरपाल सिंह निवासी अमरोहा यूपी के खिलाफ थाना नानकमत्ता में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर लगभग 23 साल तक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक की नौकरी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होते ही आरोपी समरपाल सिंह फरार हो गया। पुलिस ने उसे अफजलगढ़ बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया है।