देहरादून: पद्म भूषण और पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी ने डीजीपी की तर्ज पर जीईपी लागू करने का सुझाव देश और दुनिया के कई देशों में दिया। अपने लेखों के जरिए भी उन्होंने इस मामले को उठाया। कौन बनेगा करोड़पति टीवी प्रोग्राम में भी उन्होंने इस मामले का उठाया था। उनके इस सुझाव पर अमल करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस पर इसकी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि राज्य में जीडीपी की तर्ज पर ग्रॉस इनवायरमेंट प्रोडक्ट यानी जीईपी का भी आकलन होगा। मंत्री ने कहा कि अब राज्य के सभी सचिव, डीएम और विभागाध्यक्षों को पर्यावरण बजट मिलेगा। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि अब हम सकल पर्यावरण उत्पाद (जीईपी) का भी आंकलन करेंगे। जिससे पता चल सकेगा कि आखिर प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण कितना हो रहा है। उन्होंने कहा कि जीईपी का फार्मूला तैयार किया जा रहा है। जीईपी की घोषणा करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा। पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी जीईपी लागू करने की काफी समय से पैरवी कर रहे थे।