उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिले के डुंडा ब्लाॅक के एक गांव को बुधवार रात तो पूरी तरह से सील कर दिया गया। गांव में 6 लोगों को खांसी-जुकाम की शिकायत थी, उनको आइसोलेट करने के बाद गांव को भी सील कर दिया गया, जिसका ग्रामीण अब विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने बिना किसी जांच के ही यह कदम उठाया है, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार गांव में पिछले दिनों सर्वे करवाया गया था, जिसमें कुछ परिवारों के लोगों में खांसी-जुखाम के लक्षण मिले थे। प्रशासन ने बुधवार रात को सुरक्षा की दृष्टि से 6 लोगों को जल विद्युत निगम गेस्ट हाउस मनेरी में आइसोलेट कर दिया। प्रशासन का कहना है इनके सैंपल की जांच आने के बाद ही इन्हें घर वापस छोड़ जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी नेता ग्रामीण सुरेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि ग्रामीणों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं है। उनका कहना है कि गांव पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन प्रशासन ने सरसरी जांच रिपोर्ट पर पूरे गांव को ही सील कर दिया। उनका कहना है कि इस कार्रवाई से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में रोपाई का काम चल रहा है। गांव के सील होने से लोगों का काम पूरी तरह ठप हो जाएगा, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।