कोरोना महामारी की दूसरी लहर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट ने अब नया रूप धारण कर लिया। कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में केंद्र सरकार देश में लग रही ऑक्सफोर्ड-ऐस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल घटाने पर एक बार फिर से विचार कर रही है।
सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 संबंधी कार्यसमूह के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि आंशिक टीकाकरण तथा पूर्ण टीकाकरण की प्रभावशीलता के बारे में सामने आ रहे साक्ष्यों पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह मंथन भी चल रहा है कि क्या भारत को कोविड-19 रोधी टीके कोविशील्ड की दोनों खुराकों के बीच अंतराल को घटाकर फिर से चार से आठ हफ्ते कर देना चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल को 4-6 हफ्ते से बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने का फैसला वैज्ञानिक आधार पर लिया गया था और इस बारे में एनटीएजीआई के सदस्यों के बीच कोई मतभेद नहीं थे।