मामला पुलिस मुख्यालय पहुंचने के बाद जांच के आदेश हो गए हैं। एसएसपी ने ट्रांसफर, पोस्टिंग को गोपनीय करार देते हुए जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। किसी व्यक्ति ने एक शिकायती पत्र समाचार पत्रों के दफ्तरों को देने के साथ ही पुलिस मुख्यालय को भी स्पीड पोस्ट कर दिया।
इसमें कहा गया है कि एसएसपी ऊधमसिंह नगर कार्यालय में तैनात दो कर्मचारियों ने कुछ इंस्पेक्टर, दरोगा और कर्मचारियों का एक ग्रुप बनाया है। इनसे वे एकमुश्त वसूली करते हैं, जो इनको पैसा नहीं देता है, उसकी नेगेटिव फीड बैक एसएसपी को देते हैं और फिर उनको परिणाम भुगतने पड़ते हैं।