देहरादून: यूपी के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत दस लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ का पास जारी करने को सरकार ने बड़ी चूक माना है। शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि चूक किस स्तर पर हुई और क्यों हुई इसकी पड़ताल की जा रही है। रास्ते में विधायक और उनके साथियों की जांच क्यों नहीं की गई और उन्हें आगे कैसे जाने दिया गया इसकी भी पड़ताल की जा रही है।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि जिस धाम के अभी तक कपाट ही नहीं खुले हैं और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिस धाम में अभी तक लोगों को दर्शन की इजाजत नहीं है। वहां जाने के लिए यूपी के विधायक समेत कई लोगों के पास जारी हो जाना अफसरों की गंभीर चूक है।
उन्होंने कहा कि यह गंभीर विषय है और रास्ते में अफसरों ने विधायक समेत अन्य लोगों की जांच क्यों नहीं की यह भी जांच का विषय है। उन्होंने ने कहा कि सरकार ने इस मामले का परीक्षण करने का निर्णय लिया है। इस बात का परीक्षण कराया जा रहा है कि पास कैसे जारी हो गए और रास्ते में जांच क्यों नहीं हुई। पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।