देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के कारण तबादला सत्र को सरकार ने शून्य घोषित कर दिया था, लेकिन अब खुद सरकार ने ही राज्य में बड़े स्तर पर तबादलों की तैयारी कर ली है। तैयारी बहुत बड़े स्तर पर की गई है। सरकार ने खुद के आदेश के विपरीत तबादलों को मंजूरी दी है।
शासन से विद्यालय शिक्षा और उच्च शिक्षा समेत 6 विभागों के सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारियों के तबादले के साथ ही समायोजन की भी तैयारी है। इन तबादलों को तबादला एक्ट की धारा-27 के तहत उच्च शिक्षा विभाग, राजस्व, कृषि, वित्त, पशुपालन एवं बेसिक शिक्षा विभाग में कई शिक्षकों, कर्मचारी-अधिकारियों के तबादलों के लिए इन विभागों की ओर से प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था।
तबादलों के लिए इस बात को भी आधार बनाया गया है कि शिक्षा विभाग में कई विद्यालयों में सरप्लस शिक्षक हैं। उनको इसमें समायोजित किया जाएगा। पहाड़ के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। जबकि देहरादून और हरिद्वार जिलों के स्कूलों में जरूरत से ज्यादा शिक्षक तैनात हैं। सरकार की इन शिक्षकों को पहाड़ चढ़ाने की भी तैयारी है।
इनके ट्रांसफर की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तैयार की गई लिस्ट में राजकीय महाविद्यालय नारायणनगर पिथौरागढ़ से दो शिक्षकों को रुद्रपुर एवं हल्द्वानी भेजने का प्रस्ताव है। रुद्रप्रयाग से एक शिक्षक को पौड़ी, राजस्व निरीक्षक टिहरी को उत्तरकाशी, राजस्व निरीक्षक बड़कोट को टिहरी, अपर कृषि निदेशक निदेशालय को पौड़ी, अपर कृषि निदेशक पौड़ी को कृषि निदेशालय, जिला पंचायत नैनीताल के वित्तीय परामर्शदाता को हल्द्वानी, सहायक लेखाधिकारी चंपावत को पिथौरागढ़, अपर निदेशक पशुपालन पौड़ी को देहरादून मुख्यालय, कर्णप्रयाग में प्रधानाध्यापिका को देहरादून, पौड़ी में सहायक अध्यापिका को देहरादून भेजने की तैयारी है। हरिद्वार और देहरादून में करीब 150 से अधिक शिक्षकों के समायोजन एवं तबादले की तैयारी है।