रुड़की : नारसन इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध होने के बाद उनको निलंबित कर दिया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। नारसन इंटर कॉलेज राजा महेंद्र प्रताप के प्रभारी प्रधानाचार्य महावीर सिंह पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे।
बालिका प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत साइकिल वितरण में अनियमितताएं, विद्यालय में छात्रों से पीटीए शुल्क के नाम पर अवैध वसूली, वित्तीय अभिलेख पूर्ण ना रखना, पीटीए शिक्षकों के अनुपस्थित रहने पर भी मानदेय का भुगतान करना, कंप्यूटर प्रयोगशाला में मूल स्टॉक रजिस्टर में अंकन ना किया जाने के कई गंभीर मामलों के साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी से हस्ताक्षर प्रमाणित कराए बिना बैंक खातों से धनराशि निकालना के आरोप भी लगे हैं।
भ्रष्टाचार के इस मामले में स्कूल प्रबंधक भी दायरे में है। इतना बड़ा भ्रष्टाचार प्रबंधक पर सिद्ध होने के बाद फिर से उप शिक्षा अधिकारी बृजपाल सिंह राठौड़ द्वारा चार्ज दे दिया गया। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि बृजपाल सिंह उप शिक्षा अधिकारी द्वारा महावीर सिंह से सांठगांठ है। हालांकि महावीर सिंह पर कोई ऐसा प्रस्ताव नहीं है, जो वह प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त हो सके। नियुक्ति पत्र को पहले ही मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने निरस्त कर दिया। इसी बात को लेकर स्कूल प्रबंधक समिति और दोनों प्रिंसिपल के बीच खींचतान चल रही है। प्रधानाचार्य कक्ष का अभी तक ताला लगा हुआ है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने बताया कि उक्त प्रकरण में जो आदेश खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा दिए गए थे, वह मेरे द्वारा निरस्त कर दिए गए हैं। फिलहाल चार्ज संजीव कुमार को दिया गया है और महावीर के खिलाफ चार्जशीट के बाद क्या स्थिति रहती है, उस पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि अगर वो बहाल नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।