देहरादून: राज्य में ट्रैफिक को सुधारने के लिए अलग से कर्मी तो हैं, लेकिन जिलों में ट्रैफिल पुलिस को नियंत्रित करने के अधिकार कप्तानों के पास थे। हालांकि यह अधिकारी अब भी उनके पास रहेंगे, लेकिन ट्रैफिक निदेशक के अधिकार बढ़ा दिए गए हैं। उनको कई प्रशासनिक अधिकार देने से ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
जिलों में एसएसपी और एसपी के ऑपरेशनल और प्रशासनिक अधिकार भी यथावत रखे गए हैं। डीजीपी का यह आदेश ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर सुधार में बड़ा कदम माना जा रहा है। आईपीएस केवल खुराना ट्रैफिक निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने ट्रैफिक सुधार को भीअपनी प्राथमिकता में रखा है। देखते हुए ही उन्होंने सबसे पहले ट्रैफिक निदेशक के अधिकार बढ़ाने का फैसला लिया है।
डीजीपी के आदेशानुसार नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस में नियुक्त कर्मियों के सम्बन्ध में परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक को प्राप्त प्रशासनिक अधिकारों की तरह हीयातायात पुलिस में नियुक्त/सम्बद्ध कर्मियों का पर्यवेक्षण/नियंत्रण जैसे अवकाश, पुरस्कार, दंड, अपील, अनुशासनात्मक कार्रवाई यातायात निदेशक के अधीन होंगे। आदेश में कहा गया है कि वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक के प्रशासनिक/आपरेशनल अधिकार यथावत बने रहेंगे।