रुड़की: नदी से दौ सौ मीटर के दायरे में किसी भी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक है। लेकिन, भू-माफिया अब नदियों को भी अपने कब्जे में लेने से नहीं डर रहे हैं। और तो और नदी किनारे ही माफिया ने अवैध काॅलोनियां काट दीं। लोगों को प्लाॅट ऊंचे दामों पर बेचे जा रहे हैं। माफिया को इसमें सफेदपोशों का भी साथ मिल रहा है। मामले को देखकर ऐसा लगता है, जैस अधिकारियों ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली हो।
कुछ दिनों पहले भारी बारिश के बाद जब नदियां उफान पर थीं, तब क्षेत्र में भारी जलभराव हो गया था। दूर-दूर तक काॅलोनियां डूब गई थी। बावजूद इसके नदी किनारे प्लाट काटे जा रहे हैं। इतनी बड़ी काॅलोनियां काटी जा रही हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों को यह नजर नहीं आ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मामला अब उनके संज्ञान में आया है। इस पर कार्रवाई की जाएगी।
सवाल यह है कि इतने बड़े स्तर पर नदी किनारे खनन कर रेत को उठाने के बाद वहां काॅलोनियां काटी जा रही हैं। दिन-रात वहां काम चल रहा है, फिर अधिकारियों को कुछ नजर नहीं आ रहा है। लोगों का कहना है कि इसमें नेता और अधिकारियों के गठजोड़ से काम हो रहा है। माफिया नेताओं से दबाव बनवाकर अधिकारियों से काम करवा रहे हैं।