देहरादून: केंद्र सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लेकर जारी गाइडलाइन में कुछ बदलाव किये हैं। सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने को लेकर अपना फैसला बदल लिया है। सरकार ने तय किया है कि जो लोग दूसरे राज्यों में अपने घरों में हैं। उनको वापस नहीं लाया जाएगा। फिलहाल उन्हीं लोगों को वापस लाया जाएगा, जो रास्ते में फंसे हैं या फिर राहत शिविरों में रह रहे हैं। इससे उन हजारों लोगों की उम्मीदों को झटका लगा है, जो वापस आने की उम्मीद लगाए हुए थे।
केंद्र सरकार ने पहले लॉकडाउन के चलते फंसे छात्रों, कामगारों और अन्य व्यक्तियों को अपने राज्यों में जाने की छूट दे दी थी, जिसमें केेंद्र सरकार ने रविवार को संशोधन किया। अब नई गाइडलाइन में केंद्र ने कहा है कि जो व्यक्ति राहत कैम्पों या फिर रास्तों में फंसे हैं, राज्य आपसी समन्वय के साथ उन्हीं को वापस घरों तक ले जा सकेंगे।
उत्तराखंड सरकार भी अब उन्हीं लोगों को लाएगी जो राहत कैम्पों या रास्तों में फंसे हैं। घरों में रहने वालों को फिलहाल नहीं लाया जाएगा। कोरोना के खौफ और लॉकडाउन के चलते दूसरे प्रांतों में रह रहे डेढ़ लाख प्रवासी उत्तराखंडी अपने घरों को आने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। यह आंकड़ा सिर्फ दो दिन का है।