देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने प्रवासियों के लिए बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर राज्य में वापस लौटे प्रवासियों को राशन के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर प्रवासियों के पास राशन कार्ड नहीं है, तो भी उनको राशन मिलेगा। राशन की व्यवस्था के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। ऐसे लोग जिनके पास किसी भी राज्य का राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का कार्ड है, उनको वन नेशन वन कार्ड योजना के तहत सफेद और गुलाबी कार्ड की तरह ही लाभ दिया जाएगा।
नई योजनाके अनुसार जिनके पास कोई कार्ड नहीं है। उनको सरकार ने आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत प्रति यूनिट पांच किलो चावल और एक किलो दाल निशुल्क देने का फैसला लिया है। सभी जिलाधिकारियों और जिला पूर्ति अधिकारियों को वापस आए प्रवासियों और उनके कार्ड संबंधी विवरण लेकर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। हजारों की तादात में उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों को प्रदेश सरकार अब राशन किट मुहैया करवाएगी।