देहरादून : कोरोना ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को लगभग बर्बाद कर दिया है। भारत समेत दुनियाभर के ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है। देश की GDP रिकाॅर्ड स्तर तक गिर गई। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन का असर शहरी क्षेत्रों से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों पर पड़ा है। उत्तराखंड की बात करें तो कोरोना के कारण हुए लाॅकडाउन के दौरान राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था का तानाबाना लगभग पूरी तरह गड़बड़ा गया। जिसका खुलासा SBI के एक सर्वे के में हुआ है। सर्वे के मुताबित राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों की GDP-79% तक गिर गई है।
हालांकि राहत की बात यह है कि शहरी क्षेत्र में हालत कुछ हद तक अधिक चिंताजनक नहीं हैं। शहरी क्षत्रों में जीडीपी में 21 प्रतिशत की गिरावट आई है। भारतीय स्टेट बैंक की रिसर्च विंग के सर्वे के आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें लाॅकडाउन के पहले तीन माह का आंकलन किया गया है। आंकलन के अनुसार उत्तराखंड में ग्रामीण जीडीपी में 79 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
राज्य में करीब 16 हजार गांव हैं। सर्वे के अनुमान के अनुसार गांवों में करीब 28,000 करोड़ का नुकसान हुआ है। शहरी और ग्रामीण को मिलाकर राज्य को 36,680 करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। देश के दूसरे राज्यों में भी जीडीपी का इसी तरह बुरा हाल है। कुलमिलाकर शहरी क्षेत्रों से कहीं अधिक गांवों की अर्थव्यवस्था गड़बड़ाई है।