देहरादून : भारत-चीन विवाद के बीच उत्तराखंड से लगी चीन सीमा पर भी अलर्ट है। सीमा पर सेना की निगरानी बढ़ा दी गई है। सेना को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसको देखते हुए लगातार भारतीय सेना के अधिकारी और एयर फोर्स के हेलीकाॅप्टर और फाइटर जेल उड़ान भरते नजर आ रहे हैं।
भारतीय वायुसेना के दो फाइटर जेट जौलीग्रांट एयर पोर्ट के ऊपर पिछले डेढ़ घंटे से उड़ान भरते दिखाई दिए। उत्तराखंड से सटी चीन सीमाओं पर भी चैकसी बढ़ाई गई है। इस बीच शुक्रवार को जौलीग्रांट हवाई अड्डे के ऊपर दो लड़ाकू विमान उड़ान भरते हुए नजर आए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले दस जून को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तरकाशी जिले की चिन्यालीसौड़ पट्टी पर वायुसेना के एनएन-32 मालवाहक विमान की सफल लैंडिंग हुई थी। ये विमान आगरा एयर बेस से चिन्यालीसौड़ हवाईपट्टी पहुंचा था। चिन्यालीसौड़ से चीन सीमा की दूरी 125 किमी है। चीन सीमा पर तनातनी की खबर के बाद से ही वायु सेना अभ्यास में जुटी हुई थी।
चीन से सटी उत्तराखंड की 345 किलोमीटर सीमा हमेशा से संवदेनशील रही है है। इसमें से 122 किलोमीटर उत्तरकाशी जिले में है। नेलांग घाटी में सेना और आइटीबीपी के जवान सतर्क हैं। उत्तरकाशी के पास चिन्यालीसौड़ में हवाई पट्टी का कार्य भी अंतिम चरण में है। यहां से चीन सीमा की हवाई दूरी 126 किलोमीटर है।