रूड़की के भिस्तीपुर गाँव में किसानों को अपना हक मांगना भारी पड़ गया और पुलिस ने उल्टा उन्हें ही गिरफ्तार किया. दरअसल भूमि अधिग्रहण के विरोध को लेकर पिछले 14 महीने से किसान धरने पर बैठे थे जिन्हें आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि रुड़की-देवबंद रेलवे लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें भिस्तीपुर सहित कई गांवों के लोगों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है लेकिन कुछ किसानों का आरोप था कि रेलवे विभाग ने उन्हें जमीन का उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही थी जोकि रेलवे विभाग ने आज तक पूरा नहीं किया।
सरकारी काम में बाधा डालने पर 10 किसानों को हिरासत में लिया
वहीं इस मौक पर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट नीतिका खंडेलवाल भी पहुंची. उन्होंने कहा कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले 10 किसानों को हिरासत में लिया गया है और रेलवे लाइन का काम शुरू कर दिया है. साथ झबरेड़ा, मंगलौर, गंगनहर थाना क्षेत्रों में 72 घण्टे तक धारा 144 लगाई गई है ताकि कोई किसान संगठन हुड़दंग ना फैलाये।
राज्य में अब अपनी मांग रखना अपना हक मांगना सबसे बड़ा गुनाह
इससे साफ जाहिए होता है कि राज्य में कोई मांग करना अपना हक मांगना गुनाह हो गया है. अपने हक के लिए कई महीनों से धरने पर बैठे किसानों को अपना हक मांगना भारी पड़ गया औऱ पुलिस द्वारा उल्टा उन्हीं को धरने स्थल से उठाया गया जिससे साफ पता चलता है कि राज्य में अब अपनी मांग रखना अपना हक मांगना सबसे बड़ा गुनाह है.