अल्मोड़ा : उत्तराखंड शिक्षा विभाग से बड़ी खबर है। जी हां बता दें कि अल्मोड़ा़ जिले में विजिलेंस की टीम ने मुख्य़ शिक्षा अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जीरों टॉलरेंस की सरकार में राज्य के ऊंचे आसनों पर बैठे अधिकारी ही सरकार के दावों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालाकि कइयों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भी भेजा गया है लेकिन रिश्वत खोरी पर लगाम नहीं लग पा रही है। ये केवल शिक्षा विभाग ही नही बल्कि पुलिस विभाग और अन्य विभागों में भी हो रहा है, जहां ऊंच पद के अधिकारी काम के नाम पर ऱिश्वत लेने का काम कर रहे हैं।
कुमाऊं विजिलेंस ने रिटायर्ड शिक्षक नंदन सिंह परिहार की शिकायत पर अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी जगमोहन सैनी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया औऱ शिक्षा अधिकारी को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
एक जांच को रफा दफा करने के एवज में मांगे थे 20 हजार रुपये
जानकारी मिली है कि नंदन सिंह परिहार रिटायर्ड शिक्षक है। जिन्होंने विजिलेंज को बताया कि मुख्य शिक्षा अधिकारी ने उनकी एक जांच को रफा दफा करने के एवज में 20 हजार रुपये मांगे थे जिसमे से 5 हजार रुपये एजवांस दे दिए थे जबकि शेष 15 हजार देनी थी।जैेस ही रिटायर्ड शिक्षक शिक्षा अधिकारी को बाकी के बचे 15 हजार देने आए तो योजना अनुसार विजिलेंस ने उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया।