ऋषिकेश: ये रिपोर्ट मुनिकीरेती के गंगा रिजाॅर्ट की है। इसमें ठहरे 70 कोरोना वाॅरियर्स को गढ़वाल मंडल विकास निगम ने खाने का चार लाख रुपये का बिल थमा दिया। जबकि जीएमवीएन को इनको दिए जाने वाले खाने के लिए पहले ही राशन उपलब्ध करा दिया गया था। जीएमवीएन के गंगा रिजॉर्ट में टिहरी के स्वास्थ्य विभाग ने 70 डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी ठहराए हैं।
लाइव हिन्दुस्तान डाॅट काॅम की कोरोना वाॅरियर्स सीमा में प्रवेश कर रहे लोगों की जांच के लिए मुनिकीरेती में तैनात किए गए हैं। कल यानी शुक्रवार को जीएमवीएन प्रबंधन ने स्वास्थ्यकर्मियों को भोजन का चार लाख रुपये का बिल थमा दिया। नरेंद्रनगर के प्रभारी चिकित्साधिकारी जगदीश जोशी ने बताया कि इस टीम को डीएम टिहरी द्वारा अधिग्रहित गंगा रिजॉर्ट में ठहराया था।
निगम को इनके लिए राशन, सब्जी आदि सामग्री पहले ही उपलब्ध करा दी गई थी। कोरोना वाॅरियर्स ने इसकी शिकायत टिहरी डीएम से की है। वहीं, रिजाॅर्ट के मैनेजर का कहना है कि खाना खिलाया है, तो बिल तो देना ही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि जो राशन दिया गया था, उसको बिल में से काट दिया जाएगा।