रुड़की: पिछले दिनों रुड़की में नगली दवा फैक्ट्री पकड़ी गई थी। उस दवा के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए थे। जांच रिपोर्ट आने के बाद जो चीजें सामने आई हैं, वो बेहद चैंकाने वाली हैं। ड्रग्स अधिकारी भी रिपोर्ट देखकर हैरान हैं। इन दवाओं में किसी तरह का कोई केमीकल कपांउड नहीं था। अधिकारियों को कहना है कि दवा के नाम पर आटे की गोलियां खिलाने जैसी स्थिति में हैं।
जो दवा पकड़ी गई थी। उन पर 250 और 500 एमजी की और नतीजा शून्य। रुड़की के माधोपुर में पकड़ी गई नकली दवा फैक्टरी से बरामद हुई दवाओं की सैंपल रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। दरअसल, ड्रग विभाग ने जो नकली दवाएं जब्त की थीं, उन पर 500 एमजी मार्क था, लेकिन जांच में पता चला है कि उनमें किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं मिला था। इस खुलासे से विभागीय अधिकारी भी हैरान हैं। अगर आप किसी बीमारी की दवा खा रहे हैं तो जरूरी नहीं कि वह असली है या उसमें केमिकल का कोई मानक हो।
इस दवा को बाजार में ब्रांडेड कंपनी और एमजी के नाम पर ही बेचा जा रहा था। ड्रग इंस्पेक्टर एमएस राणा ने बताया कि फैक्टरी से बरामद दवाओं के दस सैंपल लिए गए थे। बड़ी बात सामने आई है कि इनमें किसी भी प्रकार के एक्टिव ड्रग की मिलावट नहीं थी। आरोपी ब्रांडेड कंपनी के नाम से दवा बाजार में उतार लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर मोटा मुनाफा कमा रहे थे।