मनीष डंगवाल
देहरादून: चुनाव जीतने के लिए भाजपा बूथ जीतो, चुनाव जीतो के मंत्र पर काम करती आई है। इसी मंत्र के बलबूते भाजपा ने उन बुलदिंयों को छुआ है, जहां भाजपा पहले कभी नहीं पहुंची थी। उत्तराखंड की बात करें तो 2022 में सत्ता पर वापसी करना भाजपा के लिए सूबे सबसे बड़ी कामयाबी होगी। इसका मंत्र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा कार्यकर्ताओं को बूथ की बैठक से दे दिया है।
बूथ जीता, चुनाव जीता
बूथ जीता, चुनाव जीता और मेरा बूथ, सबसे मजबूत के मंत्र पर भाजपा ने देशभर में हुए चुनाव में कई ऐतिहासिह उपब्धियों को हासिल किया है। लेकिन, 2022 में उत्तराखंड में इसी मंत्र के सहारे भाजपा की नैया पार हो जाएगी, ऐसा संभव नहीं है। क्योंकि उत्तराखंड की जनता हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन पर विश्वास रखती है। 2022 में भाजपा जनता के इसी नजरिए को बदलना चाहती है। अगर भाजपा ऐसा कर पाई तो उत्तराखंड में सत्ता दोहराने का इतिहास रच देगी।
मतदाताओं के घर महीने में एक बार
बूथ स्तर की बैठक लेते हुए जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को 2022 में जीत के लिए अभी से तैयारी करने के निर्देश दे दिए। पन्ना प्रमुख को इसी महीने से काम करने और अपने मतदाता लिस्ट में मौजूद पन्ने के मतदाताओं के घर महीने में एक बार जाने के टिप्स दिए। नड्डा ने कार्यकर्ताओं को समझाया कि यदि अभी से कार्यकर्ता मतदाता के घर महीने में एक बार चले गए, तो 2022 के चुनाव तक 14 बार कार्यकर्ता मतदाता के घर पर पहुंच जाएंगे और पार्टी कि रिति-नीति के साथ ही सरकार की योजनाओं की जनता को सही से जानकारी देंगे। जेपी नड्डा के इस टिप्स से बूथ के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।
बूथ का महत्व भी समझाया
नड्डा ने कार्यकर्ताओं को बूथ का महत्व भी समझाया। उनका कहना है कि पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बूथ पर क्यों आ रहा रहा है। इसका महत्व भी भाजपा कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए और उसका महत्व ये है कि जैसे बूथ के कार्यकर्ता के लिए बूथ का महत्व महत्वपूर्ण है। ठीक उसी तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भी बूथ महत्वपूर्ण है। कुल मिलाकर देखें तो जेपी नड्डा ने अपने उत्तराखंड दौरे से भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर दिया है।
भाजपा के लिए आसन नहीं
2022 का विधानसभा चुनाव में फतह हासिल कारना भाजपा के लिए आसन नहीं होगा। क्योंकि सरकार की कमियां और नाकामियां दोनों जनता के बीच होंगी। लेकिन, उन नाकामियों और कमियों पर पर्दा डालने का काम भी भाजपा कार्यकर्ता ही करेगा। इसलिए कार्यकर्ताओं को अभी से चुनाव में जुट जाने और केंद्र के साथ प्रदेश सरकार की उपब्धियों को जनता के बीच रखने के निर्देश जेपी नड्डा ने बूथ स्तर की बैठक से दे दिए। देखना यही होगा कि आखिर जेपी नड्डा ने कार्यकर्ता को जो मूल मंत्र चुनाव जीतने के लिए दिया है उसपर कार्यकर्ता अभी से अमल करना शुरू कर देंगे या उसमें कुछ वक्त लगता है। साथ ही प्रदेश संगठन की भूमिका को भी देखना होग कि वो कितनी तेजी से इसको आगे बढ़ा पाते हैं।