देहरादून : चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीख की ऐलान के बाद जहां दोनों पार्टियों से दावेदारों के कई नाम सामने आ रहे हैं तो वहीं इस दौरान किसी के हाथ खुशी तो किसी के हाथ दुख लगेगा…क्योंकि पार्टी आपस में बातचीत कर उसी को टिकट देगी जिसके उन्हें जीतने के आसार ज्यादा नजर आ रहे हैं ऐसे में कई दावेदारी की इच्छा रखने वाले नाराज होंगे…भाजपा 16 मार्च को कई दावेदारों की किसमत का फैसला करेगा.
नेता प्रतिपक्ष से किया सम्पर्क
वहीं बड़ी खबर ये है कि सूत्रों से जानकारी मिली है कि भाजपा के एक सांसद ने एक सीट पर अपनी दावेदारी पेश करने की इच्छा जाहिर की है लेकिन अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देते हैं तो वो भाजपा को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि सांसद को अपना टिकट कटने की आशंका है और उन्होंने ऐसा होने पर पार्टी से बाहर जाने का फैसला किया है. वहीं जानकारी मिली है कि सांसद ने इसके लिए नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश से संपर्क साधा है।
पार्टी में शामिल करने के लिए कांग्रेस को नहीं होगी कोई आपत्ति
आपको जानकारी के लिए बता दें सांसद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के धुर विरोधी माने जाते है औऱ इन्होंने ही डोईवाला से त्रिवेंद्र सिंह रावत का टिकट कटवाया था जिसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को रायपुर विधानसभा से चुनाव लड़ना पड़ा था. बता दें इस सांसद ने त्रिवेंद्र को उसी तरह हरवाया था जैसे की खंडूरी को कोटद्वार से हराया था। लेकिन अब सांसद को अपना टिकट कटने की आशंका नजर आ रही है. आपको बता दें इस सांसद के एनडी तिवारी गुट के कई नेताओं के साथ अच्छे संबंध है और इस लिए कांग्रेस को इन्हें अपनाने में कोई आपत्ति नहीं होगी.