देहरादून : विवादित फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। इसमें बड़ा खुलासा हुआ है। परीक्षा की जांच रिपोर्ट का इन्तजार प्रदेश के करीब डेढ़ लाख युवाओं को था। इस परीक्षा के लिए प्रदेश के 1 लाख 56 हजार 46 युवाओं ने आवेदन किया था। इनमे से 99 हजार 400 युवा परीक्षा में शामिल हुए। इस साल फरवरी में कराई गई इस परीक्षा में जमकर नकल हुई थी। जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी हुई है और जांच के दौरान सामने आये खुलासे में जांच के तरीकों ने भी हर किसी को हैरान कर दिया। भर्ती को रद्द करने या नहीं करने के लिए आयोग ने अभ्यर्थियों से फीडबैक मांगा है।
पढ़ें पूरी जांच रिपोर्ट:
उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसकी जांच रिपोर्ट वेबसाइट पर भी अपलोड कर दी है। इस रिपोर्ट में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करने की पुष्टि हुई है। आयोग ने इस परीक्षा को सीमित नकल का मामला बताया है। आयोग ने अलगे तीन दिनों में इस परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से भी उनका फीडबैक माँगा है, क्योंकी इस परीक्षा के अभ्यर्थी इसमें मुख्य पक्ष हैं।
जांच में कुल 57 अभ्यर्थियों द्वारा नक़ल का मामला सामने आया है। इनमे से 31 की पहचान हो चुकी है, जबकि 26 अभ्यर्थियों की पहचान नहीं हो सकी है। साथ ही जांच में पाया गया कि हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी में कुल 22 केन्द्रों पर यह नक़ल हुई है।