उत्तरकाशी: चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच उत्तराखंड से लगी चीन सीमाओं पर एक बार फिर भारतीस सेना के लड़ाकू विमान और हेलीकाॅप्टर नजर आने लगे हैं। सेना के वाहनों से जरूरी सामान और जवानों को सीमा पर पहुंचाया जा रहा है। लड़ाकू विमानों ने आसमान में उड़ान भरी। पिछले दो दिनों चिन्यालीसौड़ स्थित हवाई अड्डे पर सेना के जवानों और वाहनों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।यहां से सेना के जवानों को चीन से लगी सीमा पर भेजा जाएगा।
उत्तरकाशी जिले की करीब 117 किमी सीमा चीन के साथ लगी हुई है। इस बॉर्डर की अग्रिम चैकियों पर भारतीय सेना और आईटीबीपी के जवान पूरी तरह मुस्तैदी के साथ तैनात हैं। बटालियन हर्षिल बेस कैंप में तैनात है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते इस बॉर्डर से कभी चीनी घुसपैठ नहीं हुई है, लेकिन चीन के साथ तनातनी के बीच सेना इस बॉर्डर भी पूरी सतर्कता बरत रही है।
इसके अलावा चमोली और पिथौरागढ़ जिलों से लगी चीन सीमाओं पर भी सेना की गतिविधि पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। सेना और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों 24 घंटे निगरानी कर रही हैं। यहां भी सोमवार को भारतीय वायु सेना के जेट फाइटर ने मिलम से लेकर लिपुलेख तक उड़ान भरी।