रुद्रपुर : उत्तराखंड सहित उधमसिंह नगर औऱ हरिद्वार में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा बरपा। इसकी के साथ नैनीताल और देहरादून में भी एक दिन में कई मामले सामने आए जिससे स्वास्थ्य विभाग समेत स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं आज बड़ी खबर रुद्रपुर के सिडकुल स्थित मैगी बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी नेस्ले फैक्ट्री से है जहां काम करने वाले 23 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। हैरानी वाल बात ये है कि फैक्ट्री प्रबंधन पूरे मामले को छिपाने की कोशिश में लगा है जबकि ये कई लोगों के लिए घातक है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि सिडकुल प्रशासन मीडिया को भी कोई जानकारी नहीं दे रहा है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नेस्ले फैक्ट्री में सबसे पहले रैपिड टेस्ट में 13 अगस्त को किया गया था जिसमे 5 श्रमिकों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। वहीं फिर 14 अगस्त को हुई रैपिड टैस्टिंग में 17 श्रमिकों में कोरोना की पुष्टि हुई। आज भी अब तक 1 श्रमिक में कोरोना की पुष्टि हुई है जिसके बाद कुल 23 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा अभी और सैंपलिंग कराई जाएगी। आशंका है कि कोरोना पॉजिटिवों की संख्या कंपनी में बढ़ सकती है। हैरानी की बात है कि इस मामले में फैक्ट्री प्रबंधन ने चुप्पी साधी हुई है। प्रबंधन ने सिडकुल प्रशासन को कोई भी जानकारी नहीं दी जबकि सिडकुल प्रशासन द्वारा एक प्रोफार्मा में सिडकुल की सभी फैक्ट्रियों से कोरोना के मरीजों की संख्या बताने के निर्देश भी दिए गए हैं लेकिन प्रबंधन चुप्पी साधे है जो की कइयों के लिए घातक है।