चमोली: सड़क चैड़ीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलकारियों को उठाने पुलिस पहुंची, इससे गुस्साए ग्रामीण आंदोलनकारी मोबाइल टावर पर चढ़ गए। इस दौरान एक आंदोलनकारी टावर पर पानी देने के लिए चढ़ा और वापस नीचे उतर गया। लेकिन, टावर पर चढ़े अन्य दोनों आंदोलनकारी नीचे उतरने को तैयार नहीं है।
ग्रामीण घाट-नंदप्रयाग सड़क को डेढ़ लेन करने की मांग को लेकर ग्रामीणों का आमरण अनशन पांचवे दिन भी जारी है। पुलिस सुबह अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों को उठाने पहुंची थी, लेकिन भारी विरोध के चलते नहीं उठा पाई। ग्रामीणों की पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं। वाहन चालकों ने वाहनों का संचालन भी ठप कर दिया।
आंदोलनकारी गुड्डू लाल धरनास्थल घाट से तीन किमी दूर टावर पर चढ़ गया। वहीं, दूसरी ओर मदन सिंह उर्फ मद्दी भी पास ही के एक टावर पर चढ़ गया, जिससे वहां हंगामा खड़ा हो गया। घाट बैंड तिराहे पर भूख हड़ताल पर बैठे लोगों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग पूरी नहीं करती आंदोलन वापस नहीं लेंगे। उन्होंने आंदोलन को लेकर सरकार के रवैए पर भी नाराजगी जताई।
घाट और कर्णप्रयाग ब्लाक के 70 ग्राम पंचायतों के सात से अधिक ग्रामीणों ने एकजुट होकर घाट बाजार से नंदप्रयाग बाजार तक 19 किमी मानव श्रृंखला बनाई थी। ग्रामीणों का कहना है कि दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने सड़क को डेढ़ लेन चैड़ीकरण में तब्दील करने की घोषणा की थी, लेकिन सरकार उस पर कोई काम नहीं होने से लोगों में आक्रोश है।