प्रारंभिक जांच में आरोप सही, डीआईजी ने की नाराजगी जाहिर
व्यापारी ने शिकायत करते हुए बताया कि दोनों पुलिसकर्मियों ने 31 जनवरी की रात उसके स्टाफ को डरा धमकाकर पैसे लिए. वहीं इस शिकायत के बाद पुलिस की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। वहीं पुलिसकर्मियों की इस हरकत से डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने नाराजगी जाहिर की है औऱ मुकदमा दर्ज कर विधिवत जांच करने के निर्देश दिए हैं।
सबसे बड़ी और हैरान कर देने वाली ये है कि दोनों सिपाहियों में से सिपाही प्रदीप की पथरिया पीर शराब कांड में भी भूमिका संदिग्ध रही है। जी हां ये वहीं मामला है जिसमे जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। वहीं मामले में मुकदमे के बाद और बड़ी कारवाई होना तय माना जा रहा है।