देहरादून नगर निगम को ओडीएफ डबल प्लास का दर्जा मिला है जिससे देहरादून नगर निगम चर्चाओं में है। जी हां ये उपलब्धि मिलना देहरादून नगर निगम के लिए ऐतिहासिक है. इस दर्जे के साथ नगर को स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में 500 अतिरिक्त अंको की प्राप्ति होगी। नगर निगम की समस्त टीम बधाई की पात्र हैं. बड़ी उपलब्धि हासिल करने पर दून मेयर सुनील उनियाल गामा ने नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
प्रदेश का पहला नगर निगम देहरादून जिसे मिला ये दर्जा
आपको बता दें कि देहरादून प्रदेश का पहला ऐसा नगर निगम है, जिसे ओडीएफ यानि खुले में शौच मुक्त का डबल प्लस का सर्टिफिकेट मिला है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की दिशा में ये बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रदेश में सबसे ये दर्जा मिलने के साथ ही देहरादून स्वच्छता में अपनी रैंकिंग बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ गया है। ओडीएफ डबल प्लस के दर्जे के साथ ही निगम को रैंकिंग में 500 अंक अतिरिक्त मिलेंगे। इसकी जानकारी नगर आयुक्त ने भी फेसबुक पर शेयरकी है।
केंद्र सरकार की टीम न किया था सर्वे
जानकारी के लिए बता दें कि इस साल 9 से 14 जनवरी को केंद्र सरकार की टीम ओडीएफ डबल प्लस के सर्वे के लिए शहर आई थी। अपने गोपनीय सर्वे के दौरान टीम ने सार्वजनिक शौचालय और बस्तियों में बनाए गए सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया था जिसमें पाया गया था कि पूरा शहर खुले में शौच से मुक्त है। सामुदायिक शौचालयों में शीटए एक्जॉस्ट फैन लगे हैं। साफ सफाई व्यवस्थित होती है। दीवार-दरवाजों में टूट-फूट नहीं थी। शहर में 32 शौचालय ऐसे हैं, जो 24 घंटे खुले रहते हैं और बाकी सभी सुबह 4 से रात 10 बजे तक खुले रहते हैं। इनमें से भी टीम ने कुछ देखे थे, जिसमें देहरादून शहर सभी बिंदुओ पर खरा पाया गया और ये रैंकिग हासिल की।
महापौर ने कहा कि नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने स्वच्छता को लेकर काफी काम किया है। उनके कार्यकाल में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू किया गया। साथ ही रात में कूड़ा उठान भी शुरू हुआ। जिसके चलते इस बार देहरादून की स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने की पूरी उम्मीद है।