पंजाब: पंजाब की राजनीति में पिछले काफी दिनों से चल रही उठा-पटक अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। पंजाब कांग्रेस में जारी कलह के बीच कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर शनिवार को पंजाब के सभी विधायकों की बैठक पंजाब प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुलाई गई है। बैठक शाम को पांच बजे होगी। पंजाब के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इस बैठक की जानकारी ट्वीट कर दी।
इसी बीच कैप्टन ने सिसवां में दो बजे अपने समर्थक विधायकों की एक बैठक बुलाई है। राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि कैप्टन आज इस्तीफा दे सकते हैं। आलाकमान की तरफ से कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटने के लिए कहने और अंबिका सोनी, सुनील जाखड़ और अन्य के नाम सीएम के लिए संभावित रूप से सामने आने पर पंजाब कांग्रेस के महासचिव परगट सिंह ने कहा कि बैठक बुलाई गई है। बैठक में सब बातों पर चर्चा होगी।
पार्टी की आंतरिक नीतियों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है। पार्टी के अंदर कोई परेशानी नहीं है। हर किसी का अपना नजरिया होता है और इसे राज्य कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुना जाना चाहिए कि समस्या क्या है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सीएलपी की बैठक से पहले शनिवार सुबह ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंच गए हैं। हरीश रावत शनिवार को अजय माकन और हरीश चौधरी के साथ चंडीगढ़ पहुंचेंगे। माकन और चौधरी को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
अजय माकन ने बताया कि वे पंजाब कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक के लिए जा रहे हैं। उन्हें नहीं पता कि बैठक में कौन-कौन शामिल होगा लेकिन यह कांग्रेस विधायक दल की बैठक है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई उथल-पुथल नहीं है, सब कुछ ठीक है। पंजाब में अभी तक विधायकों की सभी बैठकें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में हुईं है। अब जिस तरह नेतृत्व ने विधायकों की बैठक कांग्रेस कार्यालय में बुलाने को कहा है, इससे कई कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बैठक में कैप्टन और सिद्धू विधायकों के समर्थन को लेकर अपनी-अपनी ताकत दिखाएंगे।