देहरादून : उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाला नया फेडिज मोटर पुल रविवार को बनने से पहले ही टूट गया जिससे उसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे हैं। गनीमत रही कि इस दौरान कोई वाहन इसके ऊपर से नहीं गुजर रहा था वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी। आप तस्वीर में देख सकते हैं कि कैसे पुल मुड कर धराशायी हो गया। लोगों के सपनों पर पानी फिर गया।ग्रामीण उम्मीद लगाए थे कि पुल से उनको सहूलियत मिलेगी लेकिन उल्टा परेशानी और बढ़ गई।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों को जोड़ता है पुल
आपको बता दें कि यह पुल उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों देहरादून, उत्तरकाशी, सिरमौर के साथ ही शिमला जेपीआरआर (जगाधरी-पांवटा-राजवन-रोहडू़) हाइवे को जोड़ता है। वहीं पुल टूटने के कारण सीमांत क्षेत्र में बीते 26 नवंबर से 10 दिसंबर तक यातायात अवरुद्ध है। ऐसे में गांव वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को कई किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ रहा है जिससे पैसा और समय दोनों की बर्बादी हो रही है। लोगों को वाया चकराता और वाया खड़ापत्थर (शिमला) आवाजाही करनी पड़ रही है। समय और पैसे दोनों का नुकसान भुगतना पड़ रहा है।
पुल का अगला हिस्सा पैनल खुलने के कारण गिरा-अधिशासी अभियंता
फेडिज-कपसाड़ वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पूजा गौड़ का कहना है कि पुल के टूटने से सीमा क्षेत्र में बीते कई दिनों बाधित यातायात के आगे भी बाधित रहने की आशंका है। उन्होंने उत्तराखंड परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर वाया चकराता-त्यूणी रूट से अटाल-फेडिज तक बस सेवा शुरू करने की मांग भी की है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग नाहन (हिमाचल प्रदेश) डिवीजन के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा का कहना है कि निर्माणाधीन पुल का अगला हिस्सा पैनल खुलने के कारण गिरा जिसे जल्द सही कर लिया जाएगा।