भारत समेत कई देशों में वैक्सीन पर तेजी से काम हो रहा है। कोरोना का डर दुनिया से अभी समाप्त नहीं हुआ है। वैक्सीन के लिए लगातार दुनियाभर में प्रयास किए जा रहे हैं। भारत में भी कोरोना वैक्सी बनाने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। देश में कोरोना वैक्सनी सफलता के करीब है। इससे कोरोना के खतरे का पूरी तरह समाप्त करने की उम्मीद भी जग रही है। भारत की देसी कोरोना वैक्सीन (COVAXIN), जिसे भारत बायोटेक कंपनी आईसीएमआर के सहयोग से बना रही है, वह सफलता के करीब पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार COVAXIN के अंतिम चरण का ट्रायल जल्द ही शुरू हो सकता है।
भारत बायोटेक कंपनी ने COVAXIN के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए भारतीय दवा नियामक ‘ड्रग कंट्रोलर जनरल’ से मंजूरी मांगी है। डीसीजीआई (DCGI) ने कंपनी से दूसरे चरण के ट्रायल के डेटा की मांग की है, ताकि परिणाम की समीक्षा करने के बाद तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी दी जा सके। भारत बायोटेक ने हाल ही में इसके लिए आवेदन किया है।
हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी ने बीते दो अक्तूूबर को डीसीजीआई को आवेदन देकर अपने टीके के तीसरे चरण के लिए परीक्षण की अनुमति मांगी है। कंपनी के आवेदन के मुताबिक, अंतिम चरण के इस ट्रायल में 18 साल या उससे अधिक उम्र के 28,500 लोगों को शामिल किए जाने का प्रस्ताव है।
अंतिम चरण का परीक्षण 10 राज्यों के 19 जगहों पर किया जाना है। इन जगहों में मुंबई, दिल्ली, पटना और लखनऊ भी शामिल हैं। खबरों के मुताबिक, ‘COVAXIN’ के दूसरे चरण का परीक्षण अभी भी चल ही रहा है और कुछ जगहों पर वॉलेंटियर्स को वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं दी गई है। एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने पहले और दूसरे चरण के ट्रायल के अबतक के अंतरिम आंकड़ों के साथ तीसरे चरण के परीक्षण के लिए ‘प्रोटोकॉल’ प्रस्तुत किया है।