देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को 10 साल बढ़ाये जाने पर सदन में हंगामा हुआ और उसके बाद इस पर उत्तराखंड विधानसभा से मुहर लगी और सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित की गई।
जिस तरह लोगों ने गैस की सब्सिडी छोड़ी वैसे छोड़े आरक्षण का लाभ
वहीं इससे पहले सदन में भाजपा विधायक महेंद्र भट्ट ने बयान दिया कि अनुसूचित जाति औऱ अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को 10 साल बढ़ाये जाने का स्वागत है लेकिन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के जिन लोगों का आरक्षण का लाभ मिल चुका है उन्हें आरक्षण अपने समाज मे गरीब तबके के लिए छोड़ देना चाहिये। भाजपा विधायक ने कहा कि जिस तरह गैस की सब्सिडी सम्पन्न लोगों ने छोड़ी उसी तरह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण का लाभ ले चुके लोगों को आरक्षण का लाभ लेना छोड़ देना चाहिए. वहीं महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस विधायक ममता राकेश आपत्ति दर्ज की और कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर महेंद्र भट्ट के बयान का विरोध किया. वहीं भाजपा विधायक महेंद्र भट्ट का भाजपा विधायक चंदन राम दास ने भी आपत्ति दर्ज की।
एंग्लो इंडियन विधायक का पद ख़त्म
वहीं इससे पहले उत्तराखंड विधानसभा में एंग्लो इंडियन विधायक का पद ख़त्म कर दिया गया है, जिसके बाद अब एंग्लो इंडियन विधायक नहीं चुना जाएगा। विधानसभा में आज मंगलवार को एक दिन का विशेष सत्र का आयोजन किया गया जिसमे कांग्रेस ने सरकार को घेरा.
प्रीतम सिंह ने एनसीसी एकेडमी शिफ्टिंग मामले को उठाया
देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस ने नियम 310 के तहत पुरानी पेंशन बहाली को लेकर चर्चा की मांग। उसके बाद प्रीतम सिंह ने एनसीसी एकेडमी शिफ्टिंग मामले को उठाया। इस मामले को लेकर सदन के भीतर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच जमकर हंगामा हुआ लेकिन देवप्रयाग विधायक सदन में मौन बैठे रहे.