देहरादून : देहरादून वाले हो और पलटन बाजार ना जाओ, ऐसा हो ही नहीं सकता. बाहरी राज्यों से आने वाले लोग भी पलटन बाजार में शॉपिंग जरुर करते हैं। पलटन बाजार ही है जहां जरुरत के सारे सामान मिल जाते हैं। चाहे कपड़ों की शॉपिंग करनी हो या श्रृंगार का सामान खरीदना हो चाहे कुछ चटपटा खाना हो, घंटाघर फेमस है। जो घंटाघर आते हैं तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि वो यहां कुछ खाएं पिएं ना। आपने देहरादून में कुल्हड़ वाली लस्सी भी जरुर पी होगी। मिट्टी के बने कुल्हड़ में सफेद लस्सी और ऊपर से गुलाब की पत्तियों के साथ रुअबजा का तकड़ा जाएके दार लगता है लेकिन आज जो सच्चाई हम आपको बता रहे हैं उसको जानने के बाद आप कभी लस्सी नहीं पीएंगे।
जी हां बता दें कि देहरादून के एक रेस्टोरेंट में इस्तेमाल किए गए कुल्हड़ फेंकने के बजाए धोकर दोबारा ग्राहक को सजा कर दे दिया जाता है जिससे ग्राहक बेखबर रहते हैं। लेकिन अब इसकी शिकायत की गई है। शियातक मिलने पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने दुकान में छापेमारी की। विभागीय टीम ने रेस्टोरेंट संचालक का चालान किया है। साथ ही सात दिन के भीतर जवाब तलब किया है। जवाब से संतुष्ट ना होने पर विभाग रेस्टोरेंट का लाइसेंस निरस्त कर सकता है।
खाद्य सुरक्षा विभाग को यह शिकायत मिल रही थी कि पलटन बाजार स्थित 31 फ्लेवर्स में ग्राहकों को इस्तेमाल किए गए कुल्हड़ धोकर इसमें लस्सी परोसी जा रही है। जिस पर टीम ने उपायुक्त राजेंद्र रावत और वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह की अगुवाई में रेस्टोरेंट में छापेमारी की। जांच करने पर सच्चाई सबके सामने आ गई। रेस्टोरेंट में यूज किए गए धुले हुए कुल्हड़ रखे हुए थे। जिसके बाद टीम ने रेस्टोरेंट संचालक का चालान किया। उसका लाइसेंस भी निरस्त किया जा सकता है।
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह ने बताया कि खाद्य कारोबारी को स्वच्छता का पूरा ख्याल रखना चाहिए। हाइजीन को लेकर विभाग गंभीर है। कोरोनाकाल में स्वच्छता में कमी के और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं। किसी उपभोक्ता को कहीं भी ऐसी कोई कमी दिखती है, तो वह विभाग से इसकी शिकायत कर सकता है।