
बड़ी खबर केदारनाथ से है. जी हां बता दें कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश के लिए देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों और पुरोहितों में नोकझोंक हो गई. विवाद शुक्रवार रात को हुआ था. जहां लगभग एक घंटे तक देवस्थानम बोर्ड केे सदस्यों और तीर्थ पुरोहितों के बीच विवाद के बाद बातचीत कर मामला शांत कराया गया।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार रातकेदारनाथ में मौजूद तीर्थपुरोहित समाज के कुछ लोग जलाभिषेक के लिए मंदिर पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह में बाबा केदार के जलाभिषेक करने की बात कही। लेकिन देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों ने उन्हें रोक दिया।उन्होंने कहा कि गाइडलाइन के चलते मुख्य पुजारी व रावल को ही मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति है। अन्य लोगों के प्रवेश पर सरकार द्वारा रोक है। इसलिए मंदिर में मुख्य पुजारी ही नियमित पूजा कर रहे हैं।
इसी बात को लेकर तीर्थ पुरोहितों और देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों में बहस हो गई।। तीर्थपुरोहित अंदर जाने की बात अडे़ रहे। लेकिन बोर्ड के सदस्यों ने उन्हें रोक दिया, जिस कारण दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। तीर्थ पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड पर परंपराओं की अनदेखी का आरोप लगाया। काफी देर तक चले विवाद के दौरान कुछ देर के लिए मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए गए। एक घंटे बाद दोनों पक्षों में चली बातचीत के बाद मामला शांत हुआ।
देवस्थान बोर्ड के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि कुछ तीर्थपुरोहित मंदिर के अंदर प्रवेश करना चाहते थे, जिन्हें बोर्ड के सदस्यों ने रोक दिया था। वे इस दौरान अंदर जाने पर अड़े हुए थे।लेकिन बाद में बातचीत से मान गए थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों को बता दिया गया है। शासन व बोर्ड द्वारा जो भी आदेश होंगे, उसी के हिसाब से अग्रिम कार्रवाई होगी।