भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण पर गए मेधावी छात्रों ने दिल्ली में सीएम धामी से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने विश्वास व्यक्त किया कि इस भ्रमण के दौरान छात्रों को बहुमूल्य अनुभव प्राप्त होंगे। सीएम ने सभी छात्रों को उनके विद्यालयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और बताया कि अब राज्य स्तर पर भी ऐसे शैक्षिक भ्रमण शुरू किए जा रहे हैं।
सीएम ने छात्रों से साझा किये अपने अनुभव
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ज्ञान, विज्ञान और अनुसंधान से नई चीजें सीखने का अवसर मिलता है। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके पिता के सेना से सेवानिवृत्त होने के समय वे 9वीं कक्षा के छात्र थे और 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद अकेले खटीमा से नैनीताल एक्सप्रेस पकड़कर सागर गए थे। यह उनका पहला शैक्षिक भ्रमण था जिसने उन्हें सतत सीखने की प्रेरणा दी।
जीवन में उद्देश्य निर्धारित करने की दी सलाह
सीएम ने विद्यार्थियों को जीवन में उद्देश्य निर्धारित करने और स्वअनुशासन अपनाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भारत के भविष्य के कर्णधार हैं और युवाओं के कंधों पर देश की जिम्मेदारियां आएंगी। पढ़ाई का समय पुनः नहीं आता, इसलिए परिश्रम, कौशल और नियमों का पालन करते हुए लक्ष्य प्राप्त करना आवश्यक है।
जीवन में जरूरी हैं चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा
सीएम ने विद्यार्थियों से कहा कि लेखन प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाना चाहिए। कभी अपने लक्ष्यों से भटकें नहीं। स्वामी विवेकानंद का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य के अंदर असीम शक्ति है, जिसे पाने के लिए स्वयं पर विश्वास करना, एकाग्र रहना और लगातार प्रयास करते रहना जरूरी है।
सीएम ने छात्रों को समय प्रबंधन के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा ऐसा करने से विद्यार्थी अपनी गलतियों में सुधार कर सकेंगे और समय का सही उपयोग कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा जरूरी हैं, इनके बिना जीवन प्रेरणाहीन बन जाएगा।
देवप्रयाग विधायक ने शुरू की है मेधावी छात्रों को शैक्षिक भ्रमण पर ला जाने की पहल
उल्लेखनीय है कि देवप्रयाग विधानसभा से विधायक विनोद कंडारी ने आठ साल पहले पूर्व इस पहल की शुरुआत की थी। इस साल भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2025 के तहत देवप्रयाग के मेधावी छात्रों ने ऐतिहासिक साबरमती आश्रम का भ्रमण किया। इस अवसर पर छात्रों के साथ उनके शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे।


