रुड़की: उत्तराखंड में अब पुलिस और दारोगा बनकर लोगों से पैसे वसूलने और फर्जी पुलिसकर्मी अधिकारी बनने के मामले सामने आने लगे हैं. कुछ ही दिन पहले एक महिला दरोगा पर योगा सेंटर संचालक से पैसे मांगने का आरोप लगा था. उसके बाद एक बार फिर फर्जी महिला दारोगा का चौंका देने वाला मामला समाने आया है.
इसी के आरोप में फर्जी महिला दारोगा के साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी दारोगा बनी महिला छेड़छाड़ का आरोप लगाकर लोगों से रकम ऐंठती थी। पुलिस महिला की तलाश में मुजफ्फरनगर दबिश दे रही है।
पुलिस को लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी कि एक महिला खुद को कोतवाली सिविल लाइंस में तैनात दारोगा बताकर राह चलते लोगों से लिफ्ट लेती थी। उसके बाद वाहन चालक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर उसे जेल भेजने की धमकी देती थी। फर्जी महिला दारोगा अपने साथी फिरोज निवासी मोहल्ला पठानपुरा बिजरौल, बड़ौत, जिला बागपत, उप्र हाल निवासी पुरानी तहसील रुड़की के साथ मिलकर अवैध रूप से उगाही करती थी। पुलिस की छवि खराब होते देख पुलिस ने इसकी छानबीन शुरू कराई।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक साधना त्यागी ने बताया कि छानबीन में मामला सही निकला। एक पीड़ित व्यक्ति ने भी इसकी शिकायत की थी। इस पर फिरोज को गिरफ्तार कर लिया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि फिरोज ने पुरानी तहसील के अलावा सती मोहल्ला और बाजूहेड़ी के पास भी कमरा किराए पर ले रखा है। इसकी महिला साथी मुजफ्फरनगर की रहने वाली है। कोच है पकड़ा गया आरोपित
पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित कोच है। वह पुरानी गंगनहर में क्याकिंग, केनौइंग का प्रशिक्षण देता है। उसकी काफी लोगों से जान पहचान भी है। उसके मोबाइल में कई चौंकाने वाले नंबर भी मिले हैं। जिसमें कई आधिकारियों के नंबर मिले हैं।
महिला के पास है कई फर्जी दस्तावेज
पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि जो महिला खुद को पुलिस का दारोगा बताती है, उसके पास कई फर्जी दस्तावेज है। जिसमें उसके पास एक टीसी है। जिसमें उसे नाबालिग दर्शाया गया है। पैन कार्ड में वह बालिग है। पुलिस को आशंका है कि उसके पास उत्तराखंड पुलिस का फर्जी आइकार्ड भी हो सकता है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।