
सहायक पासपोर्ट अधिकारी, पुलिस के दरोगा और कई अन्य अधिकारियों की फेसबुक आईडी को भी हैक कर साइबर ठगी को अंजाम दिया जा चुका है। फेसबुक आईडी से ठगी करने के इस नए तरीके ने पुलिस को भी बेहद परेशान किया हुआ है और कभी भी साइबर ठग पुलिस के हाथ नहीं आते। लिहाजा इस अपराध को निरंतर पंख लग रहे हैं, वहीं डीआईजी कुमाऊँ जगतराम जोशी का कहना है कि इस ठगी से बचने का एकमात्र तरीका सावधान और सतर्क रहना है.
लगातार अवेयरनेस कैंपेन चलाए जा रहे हैं कि लोगों को, किसी को भी अपना यूजर नेम पासवर्ड ओटीपी या सोशल साइट्स द्वारा किसी विपरीत परिस्थिति में भी पैसे ट्रांसफर नहीं करने हैं। यही नहीं डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि लोगों की गलती की वजह से ही साइबर ठग उनको अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं, इतने मामले होने के बाद भी कुमाऊँ मंडल में एक भी साइबर थाना नही होना पुलिस की कार्यशैली को दर्शाता है।