ऊधम सिंह नगर जिले के किच्छा में पुत्र की आस लिये बैठे एक युवक को जब पुत्री पैदा होने की जनाकारी मिली तो उसने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। वो इस सूचना से इतना विचलित हो गया कि उसके दिमाग में और कुछ नहीं सूझा। बेटी प्री मैचयौर होने पर उसका उपचार हल्द्वानी में चल रहा है। उसके बाद से ही वह परेशान रहने लगा। रविवार सुबह युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आपको बता दें की मृतक स्नेह मिश्रा मध्यप्रदेश के जिला पन्ना का रहने वाला था. वो यहां किच्छा चीनी मिल स्थित अपनी ससुराल में ही रहता था। उसकी शादी दो वर्ष पूर्व गोरखपुर से हुई थी। उसकी पत्नी ने बीते मंगलवार को एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान बेटी को जन्म दिया था। बेटी के समय से पहले पैदा होने पर बेटी को पहले रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। नवजात का वहीं उपचार किया जा रहा है। लेकिन बेटी के पैदा होने से स्नेह मिश्रा परेशान था, उससे भी ज्यादा परेशान वो तब हो गया जब बेटी का जन्म होने के बाद ही उसपर खर्चा होने लगा। स्नेह मिश्रा हिम्मत हारकर घर से फरार हो गया। स्नेह के ससुराल वालों ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका. स्नेह के ससुर ने पुलिस को इसकी गुमशुदगी दर्ज कराने की तैयारी कर ली। अभी स्नेह के ससुर घर से निकलने ही वाले थे की उन्होंने एक बार फिर स्नेह का फोन मिलाया और स्नेह के फोन पर बैल भी गई लेकिन फोन स्नेह ने नहीं पुलिस ने उठाया और उन्होंने स्नेह के ससुर को उसकी मौत की खबर दी। ये सुनकर स्नेह के ससुर धनुष धारी त्रिपाठी के पैरों तले जमीन खिसक गई।
रविवार सुबह उसका शव पवन पापुलर फार्म के जंगल मे शीशम के पेड़ पर लटका हुआ मिला। ग्राम चौकीदार ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस भी हरकत में आ गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा। उसके जेब से जैसे ही फोन निकालकर ऑन किया तो तुरंत उसके ससुर का फोन आ गया। आनन फानन में मृतक के ससुर धनुष धारी तिवारी ने मौके पर पहुंचकर उसकी शिनाख्त की। बताया जा रहा है कि वो रुद्रपुर के मैडिसिटी असप्ताल में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था।
मृतक के ससुर धनुष धारी ने बताया की मृतक पुत्री पैदा होने के कारण परेशान था। जिस पर उन्होंने इलाज का खर्चा भी स्वयं उठाने और स्नेह मिश्रा को परेशान न रहने को कहा था। उनके बाद वह सुबह घर से बिना बताए चला गया था।