हर कोई अपना नाम ऊंचा होता देखना चाहता है. हर कोई चाहता है कि उसको पूरा देश औऱ दुनिया जानें वो नाम कमाए और अगर ऐसा हो जाए तो इससे ज्यादा खुशी की बात क्या होगी…हम जिंदगी भर यही चाहेंगे की हम हमेस कर्तव्यनिष्ठा और ऐसी ही ईमान दारी से काम करें ताकि पूरी दुनिया तालियां बजाए.
कांस्टेबल को मिला था सर्वश्रेष्ट कांस्टेबल का अवार्ड
लेकिन तेलंगाना में इसके उल्टे हुआ 15 अगस्त में एक कांस्टेबल को बेस्ट कांस्टेबल ‘सर्वश्रेष्ठ पुलिस’ का पुरुस्कार तो मिल गया लेकिन वो एक दिन बाद रिश्वत लेते पकड़ा गया. जी हां मामला तेलंगाना के महबूबनगर का है. जहां सम्मानित होने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कांस्टेबल 17,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा. कॉन्स्टेबल का नाम तिरुपति रेड्डी है जो की तिरुपति महबूबनगर वन-टाउन पुलिस स्टेशन में एक कॉन्स्टेबल हैं. राज्य के आबकारी मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने कांस्टेबल को ये अवार्ड दिया था.
कांस्टेबल ने मांगी थी 20 हजार की रिश्वत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रेत परिवहन का लाइसेंस होने के बावजूद तिरुपति ने रमेश से 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की. रमेश ने इसकी कम्पलेन एसीबी से की. इसके बाद कांस्टेबल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. रमेश ने कॉन्स्टेबल को पैसे देने लिए बुलाया जिसके बाद कांस्टेबल को 17,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गाय.
आपको बता दें कि तिरुपति को गुरुवार को जिला कलेक्टर से ‘सर्वश्रेष्ठ पुलिस’ का पुरस्कार मिला.
कॉन्स्टेबल तिरुपति ने रमेश को पैसे न देने पर झूठे मामले में फंसा देने की धमकी दी थी. जिसके बाद रमेश ने इसकी शिकायत एसीबी के अधिकारियों से की औऱ कांस्टेबल को रंगे हाथों पक़ड़ने का जाल बिछाते हुए उसे गिरफ्तार किया. एक विशेष अदालत में पेश किया. एक दिन पहले ही रेड्डी को उसके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए बेस्ट कॉन्स्टेबल का पुरस्कार मिला था. उसे ये पुरस्कार स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day) के दौरान